लेखनी कहानी -01-Sep-2022 सूर घनाक्षरी विधान,२- हिन्दी हमारी शान 3- शिक्षक समाज का दर्पण, 4-श्रद्धेयभ

वाक्य विधान

आज लिखूं मैं वाक्य विधान,
 एक कर्ता एक क्रिया का काम।
 सार्थक शब्दों को करो संगठित,
 बन जाता है वाक्य महान।
 
वाक्य के तत्वों को लो जान,
योग्यता,आकांक्षा, आसक्ति व
पदक्रम, अन्वय, व सार्थकता से 
बन जाता है वाक्य महान।

वाक्य के यह प्रमुख दो घटक,
कर्ता और क्रिया बिन वाक्य बेजान ।
वाक्य के कितने अंग हैं बोलो,
एक उद्देश्य और विधेय को जान।

 उद्देश्य होता है कर्ता जिसके ,
 बारे में विद्या करता बखान।
 विधेय वही होता जो उद्देश्य
 के बारे में सब कुछ कह दे तान।

वाक्य के  कितने भेद हैं 'अलका',
दो दृष्टियों से इसको ले जान 
प्रथम भेद रचना की दृष्टि से,
अर्थ की दृष्टि से द्वितीय को जान।

अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी' 
लखनऊ उत्तर प्रदेश।
स्व रचित मौलिक व अप्रकाशित
@सर्वाधिकार  सुरक्षित।

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5 Comments

Supriya Pathak

17-Sep-2022 11:46 PM

Achha likha hai 💐

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Achha likha hai 💐

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Pratikhya Priyadarshini

16-Sep-2022 09:29 PM

Achha likha h

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